बुधवार, 1 फ़रवरी 2017

मेरे बहुजन मित्रों - आप सरस्वती पूजा मत मनाइए ।

मेरे बहुजन मित्रों -
आप सरस्वती पूजा मत मनाइए ।
आपके लिए शिक्षा जरुरी है ।
आपके लिए पढ़ना जरुरी है ।
आपके लिए लिखना जरुरी है ।
आपके लिए विचार विमर्श के मंच बनाना और चलाना जरुरी है ।
आपके लिए पुस्तकालय/विद्यालय बनाना और चलाना जरुरी है ।
सरस्वती पूजा इन सब में सहायक नहीं है ।
अपनी संस्कृति बनाइए और चलाइए ।
मौज मस्ती ही करनी है तो पूजा पाठ के छद्म में नहीं खुल कर कीजिए !
ब्राह्मण संस्कृति ( जिसे वे हिंदू संस्कृति के छद्म रुप में पेश करते हैं ) का हिस्सा मत बनिए

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