रविवार, 26 फ़रवरी 2017

भाजपा से संबद्ध लोगों की देश विरोधी जासूसी में संलिपत्ता

पिछले दिनों भाजपा से संबद्ध व्यक्ति का नाम भारत के खिलाफ जासूसी में आया था । वे सभी हिंदू नाम वाले थे । इस बात का जिक्र इसलिए जरुरी है कि मुसलमानों की देशभक्ति को हमेशा संदेह की दृष्टि से देखा जाता है ।आप पहले भारतीय हैं या मुसलमान - का सवाल इसी बदनियत संदेह की उपज है । मान लिया जाता है कि कोई हिंदू है तो सहज ही देशभक्त होगा । कम से कम उनसे कोई सबूत नहीं माँगता । यदि वह भाजपा और संघ से जुड़ा है तो उसे देशभक्ति का सर्टिफिकेट का बाँटने और देश के नाम पर गुंडागर्दी का लाइसेंस भी मिल जाता है । खासतौर से तब जब भाजपा सत्ता में हो ।
ऐसे में यह चिह्नित करना जरुरी है कि भाजपायी और हिंदू नाम वाले लोग भी देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त पाये जाते रहे हैं और हिंदू होना या राष्ट्रवाद की राजनीति करना देशभक्ति की गारंटी नहीं है ।
यह भी नोट करने वाली बात है कि जहाँ भाजपा/संघ के लोग कश्मीर , बस्तर आदि का मामला उठाने और सरकारी विचार से अलग विचार रखने पर ही किसी को देशद्रोही घोषित किये जा रहे हैं , जबकि इनसे देश को सीधे कोई नुकसान नहीं है । बल्कि यह देश के लिए जरुरी है कि देश के नागरिकों की समस्या सुनी जाए और उसका समाधान किया जाए । यह देश औक सरकार के लिए जरुरी है । वरना जनता सवाल करेगी ही कि देश और सराकर के होने का मतलब क्या है ।
लेकिन देश की गोपनीय सुचनाएँ बेचना आदि सीधे सीधे देशद्रोह है जिनसे देश को खतरा है । उन्हीं गतिविधियों में भाजपा के लोग लिप्त पाये गये हैं । दिसचस्प है कि इसी समय उत्त प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं । भाजपा खुल कर सांप्रदायिक ध्रुवाकरण का प्रयास कर रही है । बावजूद इसके कोई भी अन्य दल ने इसे मुद्दा बना कर भाजपा को घेरने की कोशिश नहीं की । न ही भाजपा और संघ के कुत्साप्रचार को उजागर किया ।यह एक रणनीतिक भूल है ।
यह मामला नोट करके रखा जाना चाहिए ताकि जब भाजपा और संघ किसी के मुस्लिम होने या वामपंथी होने भर से देशद्रोहीहोने का तमगा बाँट रही हो , वहाँ उन्हें आईना दिखाया जा सके ।

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