मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

हाइवे पर शराब की बिक्री पर रोक पर प्रतिक्रिया

कोर्ट का आदेश आया है कि हाइवे के नजदीक के सभी शराब दुकानें बँद होंगी । इसमें कोई शक नहीं कि ड्रंक ड्राइविंग दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है , इस पर रोक लगनी चाहिए । लेकिन यह भी सच है कि रात में ट्रक , बस आदि चलाने वाले बिना पैग लगाए - हाालँकि लिमिट में -चलाते नहीं हैं और सुरक्षित भी पहुँचा देते हैं ।
दुर्घटना के शिकार में कितने पिये हुए थे , इसके आँकड़े के बजाए यह देखा जाए कि कितने लोग पीकर चलाते हैं और उनमें कितने दुर्घटना के शिकार होते हैं तो एक भिन्न तस्वीर उभरेगी ।
हालाँकि सरकार कोर्ट के आदेश को निष्प्रभावी करने के लिए जो चोर रास्ते आजमा रही है , वह गलत है । यदि सरकार को विरोध करना है तो कोर्ट में ही चैलेंज करे । सच है कि शराब राजस्व का बड़ा श्रोत है । और शराब पर कोई भी बंदिश कामयाब नहीं होने वाली , बस सीधे रास्ते के बजाए चोर दरवाजे से मिलेगा ।
यहाँ यह भी ध्यान देना चाहिए कि दुर्घटना के अन्य भी कारण हैं जिन पर चर्चा तक नहीं होती है । जैसे खराब सड़कें दुर्घटना का बड़ा कारण है । स्पीड ब्रेकर जिसपर रिफ्लेक्टर भी नहीं लगे होते जो तेजी से आते वाहन को सावघान करे । सड़क पर आवारा घूमते जानवर ! हाईवे पर ज्यादातर जगहों पर रोशनी की भी व्यवस्था नहीं है । हाइवे पर मदद के लिए तुरंत व्यवस्था का अभाव ! आदि ।
सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सभी प्रयास किये जाने चाहिए । सिर्फ शराब की बिक्री हाइवे पर रोकने से समस्या हल नही होने वाली है ।

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