न्याय की देवी
कानून और कचहरी का जब भी जिक्र होता है , न्याय की देवी की मूरत साथ ही उभरती है – आँखों पर पट्टी बंधे , एक हाथ में तराजू और दूसरे हाथ में तलवार । आँखों पर पट्टी का मतलब है सब को एक जैसा मानना, निष्पक्षता । तराजू का मतलब है किसी भी विषय या व्यक्ति के गुण दोष
को तौलना और फिर निर्णय देना । दूसरे हाथ में दोधारी तलवार है जो न्याय के लिए
उठती है ।
यह न्याय की देवी रोमन मिथक कथाओं की देवी
है। इसी से मिलती जुलती न्याय की देवी ग्रीक कथाओं में है –थेमीस और मिश्र की कथाओं में इसिस ! सवाल है भारत के
पौराणिक कथाओं में देवी देवताओं की भीड़ में न्याय की देवी या देवता कौन है ? धन की देवी है –लक्ष्मी । विद्या की देवी है-सरस्वती । शक्ति की देवी है –
दुर्गा । लेकिन न्याय की देवी कौन है ?
धर्म का जिक्र आता है । युधिष्ठिर और विदुर धर्म के अवतार ही कहे जाते हैं , लेकिन उनके बारे में कथाएँ, महिमा बहुत लोकप्रिय
नहीं है , कम से कम मेरे स्मृति में तो नहीं। वैसे यमराज को
भी नियमन करने वाले देवता के रूप में माना
जाता है । लेकिन उनकी भूमिका तो मृत्यु के बाद शुरू होती है । लौकिक जीवन में न्याय का प्रतिनिधित्व तो वे नहीं करते ।
संभव है न्याय को धर्म में समाहित माना गया
हो । फिर धर्म एक देव के रूप में प्रतिष्ठित क्यों नहीं है ?ऐसा तो नहीं कहा जा सकता कि भारत में न्याय की अवधारणा नहीं थी । भारत के
दार्शनिक संप्रदायों में एक संप्रदाय का नाम ही “न्याय “ था । मनुस्मृति की आलोचना
भले ही आधुनिक मूल्यों के हिसाब से करें, लेकिन वह एक कानून
की किताब तो थी ही । कई जगह मनु की ही
प्रतिष्ठा है लेकिन वे एक साधु, दार्शनिक भले ही कहे जाएँ
देवता पद पर प्रतिष्ठित तो नहीं है ।
फिर भारतीय संदर्भ में न्याय की देवी या
देवता कौन है । ज्ञानी जन कृपया ज्ञानवर्धन करें !
शनि देव न्याय के देवता हैं किंतु उन्हें गुस्सैल विघ्नकर्ता के रूप में चित्रित किया गया और उनकी न्याय के देवता के रूप में प्रतिष्ठा नही की गई जबकि वो मूलतः न्याय के देवता हैं ...!!
जवाब देंहटाएंAkhir kyu nyay ki devi ki ankho par patti bandhi hoti hai kom hai nyay ki devi
जवाब देंहटाएंताकि न्याय की के हाथ मै तलबार है ताकि बह निर्भीकता से अपना न्याय कर सके और आंखो पर पट्टी इसलिए है ,ताकि उनका न्याय किसी एक तरफा ना हो ओर वह न्याय समान रूप से कर सके ।
हटाएंKya name h nyai ki device ka?
जवाब देंहटाएंAastin
हटाएंAustin nayaaydevi
हटाएंkon hai
जवाब देंहटाएंगांधारी जी है जो सत्यवती और सत्यव्रत की बेटे की पत्नी थी जो अपनी आंख में पट्टी बांधकर रखती थी जिन्हें धर्म की देवी भी कहा जाता था
जवाब देंहटाएंगांधारी का पति अंधा था इसलिए उसने भी अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली थी वह अंधी नहीं थी
हटाएंइसमें कोई शक नहीं कि यह गांधारी नहीं है यह गांधारी ही है
जवाब देंहटाएंयह गांधारी ही है जिन कौरव पांडव को धर्म का राजा कहा जाता था उन्हीं के परिवार से थी यह घर में देवी थी
जवाब देंहटाएंहमने इसके बारे में इतिहास में पढ़ा है कि न्याय की देवी गांधारी को कहा जाता था
जवाब देंहटाएंहमने इनके बारे में इतिहास पढ़ते है कि यह गांधार देश की गांधारी थी जिन्हें न्याय की देवी जी कहते थे और यह हमेशा आंखों में पट्टी बांधकर रहती थी कौरव पांडव के परिवार की थी , इसीलिए आज भी कचहरी और अदालतों में गीता की कसम खिलाई जाती है और गीता के आधार पर सभी को न्याय दिया जाता है
जवाब देंहटाएंयह गांधार देश के राजा की पुत्री गांधार है जो अपनी आंखों पर हमेशा पट्टी बांध कर देती थी इन्हें न्याय की देवी भी कहा जाता है इनका जिक्र महाभारत की गीता में है इसीलिए आज भी कचहरी अदालतों में गीता की कसम खिलाकर न्याय किया जाता है इसीलिए आज भी गीता का इस्तेमाल न्याय के लिए होता है यह बिल्कुल सत्य है ऐतिहासिक ग्रंथों के आधार पर आधारित है
जवाब देंहटाएंJudge ki devi ke kis hand me talwaar hota hai aur kis hand me taraju
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