मंगलवार, 3 नवंबर 2015

इन दिनों क्या पढ़ रहे हैं !?

- इन दिनों क्या  पढ़ रहे हैं !?
- बैलेंस सीट !कुछ व्यवसायियों के ऋण प्रस्ताव के संबंध मे !
- इसके आलावा भाई !?
- सर्कुलर ! बैंक के काम काज से संबन्धित नियम कानून !
- काम के अलावा कुछ नहीं पढ़ते !?
- बस थोड़ा अखबार ! कुछ पत्रिकाएँ ! फेसबुक !
-किताबें पढ़ना छोड़ दिया क्या !? और जो किताबें खरीदते रहते हो हर यात्रा पर !?
- सिरहाने रखता हूँ !
- फायदा !
- कहीं भूल न जाऊँ कि किताबे भी होती हैं ! पढ़ने के लिए होती है !उम्मीद बनी रहती है कि आँख के आमने रहेगी तो कभी न कभी पढ़ ही लूँगा !
एक संवाद !              द्वारा श्रवण

1 टिप्पणी:

  1. BILKUL SAHI KAHA AAPNE.. AAJKAL TO BANK KE BARE ME BHI NAHU PADH PATE... BANK KI JOB NE MAHANGI KITABE PAFHNE KE LIYE PAISE TO DIYE LEKIN WAQT NAHI....

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