रविवार, 1 मई 2016

मेरे बहुजन मित्रों - श्रम का सम्मान करें !

भारत में व्याप्त ब्राह्मणवादी /वर्णवादी व्यवस्था ऐसी है कि यहाँ शारीरिक श्रम करने वाला हेय दृष्टि से देखा जाता है !गौर कीजिये हिटने भी श्रम और कुशलता से जुड़े कारोबार/रोजगार हैं और उनसे जुड़े लोग हैं वे दलित या पिछड़े माने जाते हैं !
चमड़ा बनाने वाला , उससे जूते आदि बनने वाला दलित अछूत !
बाल बनाने वाला दलित !
कपड़ा बुनने वाला दलित !
बांस से डलिया/चटाई आदि बनाने वाला अछूत दलित
लोहे के हथियार/औजार बनाने वाला पिछड़ा !
मूर्तियाँ बनाने वाला पिछड़ा !
पशुपालन करने वाला पिछड़ा !
आदि !
मेरे बहुजन मित्रों !लानत भेजिये इस ब्राह्मणवादी व्यवस्था और कथित सवर्णों पर जो आपको खुद से, खुद के हुनर से , और अपने जैसे दूसरे हुनरमंदों से घृणा करना सिखाते हैं !अपना , अपने श्रम का साथ में दूसरे के श्रम/कौशल का सम्मान कीजिये !
#मेरे_बहुजन_मित्रों


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