सोमवार, 19 सितंबर 2016

पाकिस्तान और मुसलमान

संघ परिवार और भाजपा ने सुनियोजित तरीके से एक झूठ फैलाया है कि कांग्रेस या अन्य दलों की सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्यवाई इसलिए नहीं करते कि वे अपने मुस्लिम वोट बैंक को नाराज नहीं करना चाहते । वे धर्म के आधार पर भारतीय मुसलमानों को पाकिस्तान समर्थक /पाकिस्तानी समझते और समझाते रहे हैं ।
इस झूठ की कलई तो अभी उतरती देखिए । भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है , लेकिन आतंकवादी हमले के बाद प्रतिक्रिया पारंपरिक लाइन पर ही है जिसके लिए वे कांग्रेस को बदनाम करते रहे । वे किस वोट बैंक को खुश कर रहे हैं ?
पाकिस्तान से हमारे राजनीतिक संबंध जटिल हैं । यह संबंध भारतीय मुसलमानों के वोट से नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति, भू राजनीतिक परिस्थितियों , पाकिस्तान का परमाणु क्षमता संपन्न होना आदि बातों से प्रभावित है ।
चूँकि भारत और पाकिस्तान कभी एक थे इसलिए कई लोगों क पारिवारिक संबंध दोनो देशों में थे । ऐसे लोग सिर्फ मुसलमान ही नहीं थे । खुद आडवाणी पाकिस्तान वाले हिस्से में पैदा हुए थे । ऐसे लोगों का युद्ध का विरोध समझा जा सकता है । लेकिन इसके लिए उन्हें पाकिस्तान परस्त घोषित करना गलत है ।

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