नोट किया जाये !
-सरकार देश नहीं होता ! सरकार की आलोचना देशद्रोह नहीं है !
-कोई सरकार बहुमत से चुनकर आई है इसका मतलब यह नहीं कि सरकार को पाँच साल मन माने ढंग से काम करने दिया जाए !
-लोकतन्त्र जनता का शासन है और शासन कार्य मे जनता का हस्तक्षेप जरूरी है ! आलोचना करना शासन मे सहभागिता है !
- सरकार की तारीफ करने केलिए तो पूरा प्रचार तंत्र है !जनता को यह कार्य करना जरूरी नहीं !दुबारा चुनना सरकार को दी जाने वाली जनता की सबसे बड़ी शाबाशी है !
-सरकार विपक्ष के प्रति नहीं , जनता के प्रति जवाबदेह है ! इसलिए सरकार पिछली सरकार की गलतियों की आढ़ मे नहीं छिप सकती ! उन्हे गलत माना इसलिए उसे हटकर आपको लाया गया !
कुछ बहसों पर टुकड़ा टुकड़ा टिप्पणियाँ !
-सरकार देश नहीं होता ! सरकार की आलोचना देशद्रोह नहीं है !
-कोई सरकार बहुमत से चुनकर आई है इसका मतलब यह नहीं कि सरकार को पाँच साल मन माने ढंग से काम करने दिया जाए !
-लोकतन्त्र जनता का शासन है और शासन कार्य मे जनता का हस्तक्षेप जरूरी है ! आलोचना करना शासन मे सहभागिता है !
- सरकार की तारीफ करने केलिए तो पूरा प्रचार तंत्र है !जनता को यह कार्य करना जरूरी नहीं !दुबारा चुनना सरकार को दी जाने वाली जनता की सबसे बड़ी शाबाशी है !
-सरकार विपक्ष के प्रति नहीं , जनता के प्रति जवाबदेह है ! इसलिए सरकार पिछली सरकार की गलतियों की आढ़ मे नहीं छिप सकती ! उन्हे गलत माना इसलिए उसे हटकर आपको लाया गया !
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